Yaar Kahan

 


खेलने को बुलाने वाला वो यार कहाँ
हँसाकार रुलाने वाला वो यार कहाँ;

"काम करले मैं कहूँगा नहीं" कहकर
शिकायत लगाने वाला वो यार कहाँ;


एक टाॅफ़ी को आधे-आधे हिस्सों में
तोड़कर खिलाने वाला वो यार कहाँ;


गणित का पूरा पेपर आने के बावजूद
उत्तर भी मिलाने वाला वो यार कहाँ;

हिन्दी के पेपर, पेन में पर्ची डालकर
नंबर भी दिलाने वाला वो यार कहाँ;

स्कूल के रास्ते में मुझे पिछे बैठाकर 
साईकिल चलाने वाला वो यार कहाँ;

खेलते जो मेरी बॉल खो जाए कभी 
नयी बॉल लाने वाला वो यार कहाँ;

जरूरत पड़ने पर मेरे दुख में अपनी 
ज़रूरत भुलाने वाला वो यार कहाँ;

हुआ जो उदास कभी भी ये मन मेरा 
तो दिल बहलाने वाला वो यार कहाँ;

ओ 'श्याम' इस मतलब की दुनिया में 
तेरा साथ निभाने वाला वो यार कहाँ।

~श्याम सुन्दर 

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